चाँद सी हो तुम...


चाँद सी हो तुम...

उसका बदलो में छुपना
तुम्हारा नज़रे चुराना,

उसके हज़ारों दिदारी
तुम्हारे हज़ारों चाहने वाले,

उसका दाग़
तुम्हारा तिल,

उसका अमावस, पूर्णिमा
तुम्हारा प्यार और गुस्सा,

उसकी चाँदनी
तुम्हारी हँसी

उसका ग्रहण
तुम्हारा चीड़ना

उसका रातों को रोशन करना
तुम्हें हँसते देखना,

चाँद सी हो तुम...

तुम ऐसी ही तो अच्छी हो :)

और हाँ आपको मेरा यह लेख अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
Deepak Vishwakarma
#NetaIsBack 


Comments

Popular Posts